
सोना ₹1,000 गिरकर ₹1,01,520 प्रति 10 ग्राम, चांदी में ₹2,000 की गिरावट — जानें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु के रेट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गोल्ड इंपोर्ट टैरिफ पर बयान और चीन पर टैरिफ सस्पेंशन बढ़ने के बाद भारत में सोने के दाम ₹1,000 गिरे। चांदी भी ₹2,000 टूटी। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत प्रमुख शहरों में आज के रेट जानें।
वैश्विक बिकवाली से भारतीय बाज़ार में सोने की गिरावट
भारत में सोने की कीमत मंगलवार (12 अगस्त 2025) को ₹1,000 गिरकर ₹1,01,520 प्रति 10 ग्राम हो गई। यह गिरावट वैश्विक बाज़ारों में कीमती धातुओं की बिकवाली और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि गोल्ड इंपोर्ट पर कोई टैरिफ नहीं लगाया जाएगा।
चांदी में भी ₹2,000 की गिरावट दर्ज हुई और यह ₹1,12,000 प्रति किलोग्राम पर आ गई।
मुख्य कारण
- ट्रंप का टैरिफ क्लैरिफिकेशन: सोशल मीडिया पर ट्रंप का बयान कि गोल्ड इंपोर्ट पर टैरिफ नहीं लगेगा, जिससे वैश्विक कीमतें $3,400 प्रति औंस से नीचे आ गईं।
- चीन पर टैरिफ सस्पेंशन बढ़ा: व्हाइट हाउस ने चीन पर उच्च-स्तरीय टैरिफ सस्पेंशन 11 नवंबर तक बढ़ा दिया, जिससे अंतरराष्ट्रीय तनाव में कमी आई और कीमतों पर दबाव पड़ा।
- मजबूत डॉलर और रुपये में सुधार: रुपया 10 पैसे मज़बूत होकर 87.65 प्रति डॉलर पर पहुंचा, जिससे गोल्ड की सेफ-हेवन डिमांड घटी।
- रूस-यूक्रेन संघर्ष पर सुलह की अटकलें: ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन की संभावित बैठक से युद्ध-विराम की उम्मीदें बढ़ीं, जिससे निवेशकों ने गोल्ड से दूरी बनाई।
आज के प्रमुख शहरों में सोने के दाम (प्रति 10 ग्राम)
- नई दिल्ली: ₹99,890 (सोमवार ₹1,01,000 से कम)
- मुंबई: ₹1,00,070 (सोमवार ₹1,01,180 से कम)
- बेंगलुरु: ₹1,00,150
- कोलकाता: ₹99,930
- चेन्नई: ₹1,00,360 (सबसे अधिक)
वैश्विक बाज़ार की स्थिति
- स्पॉट गोल्ड: $3,347.18 प्रति औंस (0.13% की मामूली बढ़त)
- स्पॉट सिल्वर: $37.90 प्रति औंस (लगभग 1% की बढ़त)
विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में अमेरिकी CPI, PPI और रिटेल सेल्स डेटा के साथ-साथ फेडरल रिज़र्व अधिकारियों के भाषण सोने-चांदी की कीमतों की दिशा तय करेंगे।
निष्कर्ष
सोने-चांदी के दामों में यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, लेकिन वैश्विक आर्थिक संकेत, डॉलर की मज़बूती और भू-राजनीतिक घटनाक्रम आने वाले हफ्तों में कीमतों को और प्रभावित करेंगे। निवेशकों के लिए यह समय सावधानी और दीर्घकालिक रणनीति अपनाने का है।







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